Varkari Sanskruti

वारकरी परंपरा जपन्याचा छोटासा प्रयत्न

Tag: Mirabai Bhajan

मीराबाई भजन-“हरि तुम हरो जन की भीर” :(MiraBai Bhajan-Hari Tum Haro Jan Ki Bhir)

भजन,मीराबाई-“हरि तुम हरो जन की भीर” mirabai-bhajan-hari-tum-haro-jan-ki-bhir || मीराबाई भजन-“हरि तुम हरो जन की भीर” || हरि तुम हरो जन की भीर।द्रोपदी की लाज राखी, तुरत बढ़ायो चीर॥भगत कारण रूप नर हरि, धरयो आप सरीर॥हिरण्याकुस को मारि लीन्हो, धरयो नाहिन…

मीराबाई भजन-“मीरा के होली पद” : (MiraBai Bhajan- Mira ke Holi Pada)

भजन,मीराबाई-“मीरा के होली पद” mirabai-bhajan-mira-ke-holi-pada || मीराबाई भजन-“मीरा के होली पद” || फागुन के दिन चार होली खेल मना रे॥ बिन करताल पखावज बाजै अणहदकी झणकार रे। बिन सुर राग छतीसूं गावै रोम रोम रणकार रे॥ सील संतोखकी केसर घोली…

मीराबाई भजन -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे”: (Mirabai Bhajan-Krishna Mandiromai Mirabai Nache)

भजन,मीराबाई -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे” mirabai-bhajan-krishna-mandiromai-mirabai-na || मीराबाई भजन -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे” || कृष्ण मंदिर में मिराबाई नाचे तो ताल मृदंग रंग चटकी।पाव में घुंगरू झुमझुम वाजे। तो ताल राखो घुंगटकी॥१॥ नाथ तुम जान है सब घटका मीरा भक्ति…

मीराबाई भजन -“सुण लीजो बिनती मोरी” : (MiraBai Bhajan “Sun Lijo Binti Mori)

भजन, मीराबाई -“सुण लीजो बिनती मोरी” mirabai-bhajan-sun-lijo-binti-mori || मीराबाई भजन -“सुण लीजो बिनती मोरी” || “सुण लीजो बिनती मोरी” सुण लीजो बिनती मोरी,मैं शरण गही प्रभु तेरी।तुम (तो) पतित अनेक उधारे,भव सागरसे तारे॥ मैं सबका तो नाम न जानूँ,कोइ कोई…

मीराबाई भजन -“पायो जी मैंने” :(Mirabai Bhajan -Payo Ji Maine)

भजन,”पायो जी मैंने”-मीराबाई mirabai-bhajan-payo-ji-maine || मीराबाई भजन -“पायो जी मैंने || पायो जी मैंने राम रतन धन पायो। वस्तु अमोलक दी म्हारे सतगुरू, किरपा कर अपनायो॥ जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सभी खोवायो। खरच न खूटै चोर न लूटै,…