Varkari Sanskruti

वारकरी परंपरा जपन्याचा छोटासा प्रयत्न

Author: Varkari Sanskruti

सूरदास जी,भजन-“अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी” : (Surdas Ji Bhajan -Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi)

भजन-“अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी” surdas-ji-bhajan-akhiya-hari-darshan-ki-pyasi ||अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी || अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी | देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी | आये उधो फिरी गए आँगन, दारी गए गर फँसी | केसर तिलक मोतीयन…

सूरदास जी,भजन-“सबसे ऊंची प्रेम सगाई” : (Surdas Ji Bhajan-Sabse Unchi Prem Sagai)

भजन-“सबसे ऊंची प्रेम सगाई” surdas-ji-bhajan-sabse-unchi-prem-sagai || भजन-“सबसे ऊंची प्रेम सगाई || सबसे ऊंची प्रेम सगाई दुर्योधन के मेवा त्याग्यो, साग विदुर घर खाई | जूठे फल शबरी के खाये, बहु विधि स्वाद बताई | राजसूय यज्ञ युधिष्ठिर कीन्हा, तामे जूठ…

सूरदास जी,भजन-“मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो”: (Surdas Ji Bhajan- Maiya Mori Main Nahi Makhan Khayo)

भजन,”मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो” surdas-ji-bhajan-maiya-mori-main-nahi-makhan || मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो || मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो | भोर भयो गैयन के पाछे, मधुवन मोहिं पठायो ।चार पहर बंसीबट भटक्यो, साँझ परे घर आयो ॥ मैं…

सूरदास जी,भजन-“दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे” :(Surdas Ji Bhajan- Darshan Do Ghanshyam Nath Mori Aakhiya)

भजन-“दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे” surdas-ji-bhajan-darshan-do-ghanshyam-nath-mo || दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी अँखियाँ प्यासी रे || दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अँखियाँ प्यासी रे |मन मंदिर की जोत जगा दो, घाट घाट वासी रे || मंदिर मंदिर…

सूरदास जी,भजन-“मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे” : (Surdas Ji Bhajan-Mero Man Anata Kaha Suk Pawe)

भजन-“मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे” surdas-ji-bhajan-mero-man-anata-kaha-suk-pawe ||”मेरो मन अनत कहाँ सुख पावे”|| मेरो मन अनत कहाँ सुख पावेजैसे उड़ी जहाज को पंछी,पुनि जहाज पे आवेमेरो मन अनत कहाँ..अनत कहाँ सुख पावे कमल नयन कौ छाड़ि महातमऔर देव को ध्यावेपरम…

सूरदास जी,भजन-रे मन कृष्णा नाम कही लीजै :(Surdas Ji Bhajan- Re Man Krishna Nam Kahi Lijo)

भजन-“रे मन कृष्णा नाम कही लीजै” surdas-ji-bhajan-re-man-krishna-nam-kahi-lij || रे मन कृष्णा नाम कही लीजै || रे मन कृष्णा नाम कही लीजे,रे मन कृष्णा नाम कही लीजे | गुरु के वचन अटल करि मानहि,साधू समागम कीजे,रे मन कृष्णा नाम कही लीजे…

मीराबाई भजन-“हरि तुम हरो जन की भीर” :(MiraBai Bhajan-Hari Tum Haro Jan Ki Bhir)

भजन,मीराबाई-“हरि तुम हरो जन की भीर” mirabai-bhajan-hari-tum-haro-jan-ki-bhir || मीराबाई भजन-“हरि तुम हरो जन की भीर” || हरि तुम हरो जन की भीर।द्रोपदी की लाज राखी, तुरत बढ़ायो चीर॥भगत कारण रूप नर हरि, धरयो आप सरीर॥हिरण्याकुस को मारि लीन्हो, धरयो नाहिन…

मीराबाई भजन-“मीरा के होली पद” : (MiraBai Bhajan- Mira ke Holi Pada)

भजन,मीराबाई-“मीरा के होली पद” mirabai-bhajan-mira-ke-holi-pada || मीराबाई भजन-“मीरा के होली पद” || फागुन के दिन चार होली खेल मना रे॥ बिन करताल पखावज बाजै अणहदकी झणकार रे। बिन सुर राग छतीसूं गावै रोम रोम रणकार रे॥ सील संतोखकी केसर घोली…

मीराबाई भजन -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे”: (Mirabai Bhajan-Krishna Mandiromai Mirabai Nache)

भजन,मीराबाई -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे” mirabai-bhajan-krishna-mandiromai-mirabai-na || मीराबाई भजन -“कृष्ण मंदिरमों मिराबाई नाचे” || कृष्ण मंदिर में मिराबाई नाचे तो ताल मृदंग रंग चटकी।पाव में घुंगरू झुमझुम वाजे। तो ताल राखो घुंगटकी॥१॥ नाथ तुम जान है सब घटका मीरा भक्ति…

मीराबाई भजन -“सुण लीजो बिनती मोरी” : (MiraBai Bhajan “Sun Lijo Binti Mori)

भजन, मीराबाई -“सुण लीजो बिनती मोरी” mirabai-bhajan-sun-lijo-binti-mori || मीराबाई भजन -“सुण लीजो बिनती मोरी” || “सुण लीजो बिनती मोरी” सुण लीजो बिनती मोरी,मैं शरण गही प्रभु तेरी।तुम (तो) पतित अनेक उधारे,भव सागरसे तारे॥ मैं सबका तो नाम न जानूँ,कोइ कोई…