Category: Raskhan Bhajan-Manus Haun To Wahi
रसखान भजन-“मानुस हौं तो वही”: (Raskhan Bhajan-Manus Haun To Wahi)
भजन-“मानुस हौं तो वही” raskhan-bhajan-manus-haun-to-wahi || मानुस हौं तो वही || मानुस हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गाँव के ग्वारन।जो पसु हौं तो कहा बस मेरो, चरौं नित नंद की धेनु मँझारन॥ पाहन हौं तो वही गिरि को,…